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अभ्यास

अभ्यास के इन पन्‍नों को डाउनलोड कीजिए और इन्हें बाइबल हमें क्या सिखाती है?  किताब के साथ इस्तेमाल कीजिए। जाँचिए कि आप क्या मानते हैं, देखिए कि पवित्र शास्त्र क्या सिखाता है और आप जो मानते हैं वह दूसरों को कैसे समझा सकते हैं।

अध्याय 1

परमेश्वर के बारे में सच्चाई क्या है? (भाग 1)

अगर कोई कहे, “परमेश्वर बुरे लोगों को सज़ा देने के लिए उन पर तकलीफें लाता है,” तो आप क्या जवाब देंगे?

अध्याय 1

परमेश्वर के बारे में सच्चाई क्या है?—भाग 2

क्या कोई सचमुच परमेश्वर का दोस्त बन सकता है?

अध्याय 2

बाइबल—परमेश्‍वर की दी हुई किताब (भाग 1)

बाइबल तो इंसानों ने लिखी थी, फिर यह ‘परमेश्‍वर की दी हुई किताब’ कैसे हो सकती है?

अध्याय 2

बाइबल—परमेश्‍वर की दी हुई किताब (भाग 2)

इसकी एक खासियत है जो बाकी खासियतों से बढ़कर लोगों को यकीन दिलाती है कि बाइबल सचमुच परमेश्‍वर की तरफ से है।

अध्याय 3

पृथ्वी के लिए परमेश्वर का मकसद क्या है? (भाग 1)

क्या परमेश्वर ने यही चाहा था कि दुनिया के हालात वैसे हों जैसे आज हैं?

अध्याय 3

पृथ्वी के लिए परमेश्वर का मकसद क्या है? (भाग 2)

अगर परमेश्वर चाहता है कि धरती एक फिरदौस बने, तो आज वह फिरदौस क्यों नहीं है?

अध्याय 3

पृथ्वी के लिए परमेश्वर का मकसद क्या है? (भाग 3)

क्या परमेश्वर इंसान की समस्याओं का हल करने की सिर्फ योजना बनाता है?

अध्याय 4

यीशु मसीह कौन है? (भाग 1)

अगर कोई कहे कि यीशु सिर्फ एक भला आदमी था, तो आप उसे क्या जवाब देंगे?

अध्याय 4

यीशु मसीह कौन है? (भाग 2)

अगर कोई कहे कि यीशु परमेश्वर के बराबर था तो आप उससे क्या कहेंगे?

अध्याय 4

यीशु मसीह कौन है? (भाग 3)

उसने ताकत के साथ-साथ कोमलता का गुण कैसे दिखाया?

अध्याय 5

फिरौती—परमेश्वर का सबसे नायाब तोहफा (भाग 1)

क्या विश्वास के काम करने से हम उद्धार पाने के हकदार बन सकते हैं?

अध्याय 5

फिरौती—परमेश्वर का सबसे नायाब तोहफा (भाग 2)

हज़ारों साल पहले हुई एक इंसान की मौत का आज हमारी ज़िंदगी पर क्या असर पड़ सकता है?

अध्याय 6

मरने के बाद क्या होता है? (भाग 1)

क्या वे किसी और लोक में ज़िंदा हैं? क्या वे नरक में तड़प रहे हैं?

अध्याय 6

मरने के बाद क्या होता है? (भाग 2)

क्या मौत जीवन-चक्र का एक हिस्सा है?

अध्याय 7

जिनकी मौत हो गयी है उन्हें ज़िंदा किया जाएगा! (भाग 1)

क्या शोक मनाने से ऐसा लगेगा कि आपको इस बात पर विश्‍वास नहीं कि मरे हुए लोगों को दोबारा ज़िंदा किया जाएगा?

अध्याय 7

जिनकी मौत हो गयी है उन्हें ज़िंदा किया जाएगा! (भाग 2)

अगर कोई कहे कि मरे हुए लोगों का ज़िंदा होना नामुमकिन है, तो आप उसे कैसे समझाएँगे?

अध्याय 8

परमेश्‍वर का राज क्या है? (भाग 1)

जब स्वर्ग में पहले से ही इतने सारे फरिश्‍ते हैं तो परमेश्‍वर ने अपने राज में शासन करने के लिए धरती से इंसानों को क्यों चुना है?

अध्याय 8

परमेश्‍वर का राज क्या है? (भाग 2)

यह अब तक क्या-क्या कर चुका है? भविष्य में यह क्या करेगा?

अध्याय 9

क्या दुनिया का अंत करीब है? (भाग 1)

कुछ लोगों को यह मानना मुश्‍किल लगता है कि हम “आखिरी दिनों” में जी रहे हैं। आपको क्यों यकीन है कि हम सचमुच इस दुनिया की व्यवस्था के आखिरी दिनों में जी रहे हैं?

अध्याय 9

क्या दुनिया का अंत करीब है? (भाग 2)

आखिरी दिनों के बारे में बाइबल कुछ अच्छी बातें भी बताती है।

अध्याय 10

स्वर्गदूतों के बारे में सच्चाई (भाग 1)

क्या स्वर्गदूत सच में होते हैं? क्या दुष्ट शक्‍तियाँ भी होती हैं? इस अभ्यास की मदद से इन सवालों के जवाब पाइए।

अध्याय 10

स्वर्गदूतों के बारे में सच्चाई (भाग 2)

क्या अदृश्‍य लोक से संपर्क करने की कोशिश करना गलत है?

अध्याय 11

दुनिया में इतनी दुख-तकलीफें क्यों हैं? (भाग 1)

परमेश्‍वर सर्वशक्‍तिमान है, तो क्या वही दुनिया में हो रही बुराइयों के लिए ज़िम्मेदार है?

अध्याय 11

दुनिया में इतनी दुख-तकलीफें क्यों हैं? (भाग 2)

पवित्र शास्त्र इस सवाल का सही-सही जवाब देता है जिससे हमें सुकून मिलता है।

अध्याय 12

ऐसी ज़िंदगी जीना जिससे परमेश्वर खुश हो (भाग 1)

क्या आप परमेश्वर के दोस्त बन सकते हैं? जाँचिए कि आप क्या मानते हैं और ऐसा क्यों मानते हैं और देखिए कि बाइबल क्या सिखाती है।

अध्याय 12

ऐसी ज़िंदगी जीना जिससे परमेश्वर खुश हो (भाग 2)

शैतान हम पर कई मुसीबतें लाता है, क्या इसके बावजूद हम परमेश्वर को खुश कर सकते हैं?

अध्याय 12

ऐसी ज़िंदगी जीना जिससे परमेश्‍वर खुश हो (भाग 3)

पवित्र शास्त्र में दिए सिद्धांतों के मुताबिक ज़िंदगी ढालने में मेहनत लगती है। ऐसा करने से हमें क्या फायदा होगा?

अध्याय 13

जीवन के बारे में परमेश्वर जैसा नज़रिया रखिए (भाग 1)

जीवन, परमेश्वर से मिला एक तोहफा है। हम कैसे दिखा सकते हैं कि हम अपने और दूसरों के जीवन का आदर करते हैं?

अध्याय 13

जीवन के बारे में परमेश्वर जैसा नज़रिया रखिए (भाग 2)

इस अभ्यास की मदद से आप जाँच पाएँगे कि खून के इस्तेमाल और खून चढ़वाने के बारे में आप क्या मानते हैं। इसके अलावा, आप अपने विश्वास के बारे में दूसरों को भी समझा पाएँगे।

अध्याय 14

परिवार में सुख कैसे हासिल करें (भाग 1)

शादीशुदा ज़िंदगी को कैसे खुशहाल बनाया जा सकता है? जाँचिए कि आप क्या मानते हैं, जानिए पवित्र शास्त्र क्या सिखाता है और इस अभ्यास की मदद से समझाइए कि आप क्या मानते हैं।

अध्याय 14

परिवार में सुख कैसे हासिल करें (भाग 2)

यीशु की मिसाल से बच्चे और माता-पिता क्या सीख सकते हैं? जानिए कि आप क्या मानते हैं और इस बारे में बाइबल क्या कहती है।

अध्याय 15

उपासना जिसे परमेश्वर स्वीकार करता है (भाग 1)

क्या सभी धर्म परमेश्वर को मंज़ूर हैं? अगर नहीं, तो हम सच्चे धर्म को कैसे पहचान सकते हैं? जानिए कि इस बारे में बाइबल क्या सिखाती है और जाँचिए कि आप क्या मानते हैं।

अध्याय 15

उपासना जिसे परमेश्वर स्वीकार करता है (भाग 2)

क्या परमेश्वर को खुश करने के लिए यह मानना काफी है कि वह है? या हमें कुछ और भी करना चाहिए?

अध्याय 16

सच्ची उपासना करने का फैसला कीजिए (भाग 1)

धार्मिक त्योहार, जन्मदिन या दूसरे दिवस मनाने से या फिर मूर्ति-पूजा से क्या परमेश्वर खुश होता है? इस मामले में बाइबल के कौन-से सिद्धांत लागू होते हैं?

अध्याय 16

सच्ची उपासना करने का फैसला कीजिए (भाग 2)

आप जो मानते हैं उस बारे में दूसरों को बताते वक्‍त आप कैसे प्यार और आदर से बात कर सकते हैं? आप दूसरों की राय का आदर कैसे कर सकते हैं?

अध्याय 17

प्रार्थना से परमेश्वर के करीब आइए (भाग 1)

आप परमेश्वर के दोस्त कैसे बन सकते हैं? आप कैसे जान सकते हैं कि वह आपकी प्रार्थनाएँ सुनता है?

अध्याय 17

प्रार्थना से परमेश्वर के करीब आइए (भाग 2)

हमें कब और कैसे प्रार्थना करनी चाहिए, इस बारे में जानिए कि बाइबल क्या कहती है।

अध्याय 17

प्रार्थना से परमेश्वर के करीब आइए (भाग 3)

बाइबल सिखाती है कि परमेश्वर प्रार्थनाओं का जवाब अलग-अलग तरीकों से देता है। यहोवा परमेश्वर आपकी प्रार्थनाओं का जवाब कब और कैसे दे सकता है?

अध्याय 18

बपतिस्मा और परमेश्वर के साथ आपका रिश्ता (भाग 1)

मसीहियों के लिए बपतिस्मा लेना क्यों ज़रूरी है? क्या बात एक व्यक्‍ति को उभारती है कि वह बपतिस्मा ले?

अध्याय 18

बपतिस्मा और परमेश्‍वर के साथ आपका रिश्‍ता (भाग 2)

अपना जीवन यहोवा को समर्पित करने से पहले एक इंसान को क्या कदम उठाने होंगे? समर्पण के बाद वह किस बात को ध्यान में रखकर फैसले लेगा?

अध्याय 18

बपतिस्मा और परमेश्‍वर के साथ आपका रिश्‍ता (भाग 3)

परमेश्‍वर को समर्पित एक मसीही से क्या उम्मीद की जाती है? परमेश्‍वर से सच्चा प्यार करनेवाले क्यों यकीन रख सकते हैं कि वे समर्पण का अपना वादा पूरा कर सकते हैं?

अध्याय 19

यहोवा के करीब रहिए (भाग 1)

आप यहोवा के साथ अपना रिश्‍ता गहरा कैसे कर सकते हैं? इस बारे में जानने में और दूसरों को समझाने में यह अभ्यास आपकी मदद करेगा।

अध्याय 19

यहोवा के करीब रहिए (भाग 2)

जब आप परमेश्‍वर के बारे में सच्चाई जान जाते हैं, तो आप उसके और करीब कैसे आ सकते हैं? परमेश्‍वर से प्यार करते रहने के लिए आप क्या कर सकते हैं?